देवी माँ काली








मां काली या काली देवी मां दुर्गा के विभिन्न रूपों में से एक है । महाकाली का रूप सभी रूपों में सबसे ज्यादा भय प्रदान करने वाला माना जाता है । शब्द { काली } एक संस्कृत शब्द 'काल ' से आया है। काल से मतलब समय से है | वह अपने गुस्से के आगे किसी को नहीं देखती| वह ऐसी देवी है जो अपने कूर रूप के बावजूद अपने भक्तो से एक प्यार का सम्बद्ध बनाये रखती है। इस सम्बन्ध में भक्त एक बेटे का रूप ले लेता है और माँ काली एक देखभाल करने वाली का रूप लेती है। कभी कभी माँ काली मौत की देवी भी मानी जाती है। पर दूसरे शब्दों में माँ काली बुराइयों

माँ काली के मंदिर का र्निमाण हो रहा तेज़ी से सहयोग राशि अवश्य दान करें।


माँ काली के मंदिर का र्निमाण हो रहा तेज़ी से








सभी भक्तो से कहते हुए अति प्रसन्नता हो रही है कि श्री श्री 108 दक्षिणेश्वरी माँ काली के पवित्र मंदिर का र्निमाण तेज़ी से हो रहा है।  अतः जिन भक्तो को सहयोग राशि देना हो वे 

मां काली की कथा


Maa Kali, Nayagaon













मां दुर्गा का विकराल रूप हैं मां काली और यह बात सब जातने हैं कि दुष्‍टों का संहार करने के लिए मां ने यह रूप धरा था. शास्‍त्रों में मां के इस रूप को धारण करने के पीछे कई कथाएं प्रचलित हैं और उनका व्‍याखान भी वहां मिलता है. आइए जानें मां के इस भयंकर रूप के पीछे की कथा:

श्री आद्याशक्ति माँ

Badi Durga, Asarganj

























दश महाविद्या मे प्रथमा शक्ति काली माँ है।काली माँ के कई रूप में जैसे महाकाली,शमसान काली,गुहय काली,भद्र काली,काम काली,दक्षिण काली और भी कितने रूप है।सती ने जब शिव को रोकने हेतु अपने रुप का विस्तार किया उसमे काली प्रथम है इस कारण ये आद्या शक्ति है।शिव के हृदय पर जिनकी स्थापना होती हो वही सृष्टि की परम सता है।यही माँ सर्व पूज्य भी है।